भारतीय रेलवे जोनो की शुरुआत कब और कैसे हुआ
भारतीय रेलवे जोनों की शुरुआत 1951 में हुई थी। इससे पहले, रेलवे का प्रबंध विभाजित नहीं था और एक ही आयामिक प्रबंधन था।
रेलवे को क्षेत्रीय आधार पर विभाजित करने का प्रस्ताव 1950 में संसद में रखा गया था, और 1951 में यह प्रक्रिया पूरी हो गई। इसके बाद, भारतीय रेलवे को 16 जोनों में विभाजित किया गया था, जो क्षेत्रीय आधार पर कार्य करते थे।
इन 16 जोनों की संख्या में समय के साथ परिवर्तन हुआ है, और अब भारतीय रेलवे में 18 जोन हैं, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करते हैं। यह जोन रेलवे के प्रबंधन, उत्पादन और परिचालन का काम करते हैं।
महत्वपूर्ण रेलवे निम्नलिखित हैं
संख्या | रेलवे जोन | मुख्यालय | स्थापना |
1 | उत्तर रेलवे | न्यू दिल्ली | 1952 |
2 | दक्षिण रेलवे | चेन्नई | 1951 |
3 | पूर्व रेलवे – कोलकाता | कोलकाता | 1952 |
4 | पश्चिम रेलवे | मुंबई चर्चगेट | 1951 |
5 | मध्य रेलवे | मुंबई | 1951 |
6 | पूर्वोत्तर रेलवे | गोरखपुर | 1952 |
7 | दक्षिण पूर्व रेलवे | कोलकाता | 1955 |
8 | दक्षिण मध्य रेलवे | सिकंदराबाद | 1966 |
9 | पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे | मालीगांव | 1958 |
10 | पूर्व – मध्य रेलवे | हाजीपुर | 2002 |
11 | उत्तर – पश्चिम रेलवे | जयपुर | 2002 |
12 | दक्षिण – पश्चिम रेलवे | हुबली | 2003 |
13 | उत्तरी – मध्य रेलवे | इलाहाबाद (प्रयागराज) | 2003 |
14 | पूर्वी तटीय रेलवे | भुनेश्वर | 2003 |
15 | पश्चिम – मध्य रेलवे | जबलपुर | 2003 |
16 | दक्षिण – पूर्व – मध्य रेलवे | बिलासपुर | 2003 |
17 | दक्षिण तटीय रेलवे | विशाखापट्टनम | 2010 |
18 | मेट्रो रेलवे कोलकाता | कोलकाता | 2019 |