मानव शरीर का लगभग 71% हिस्सा पानी से बना होता है। पानी हर जीवन के लिए आवश्यक है, चाहे वो पेयजल हो या अन्य उपयोगों के लिए। पृथ्वी का लगभग 71% क्षेत्र पानी से भरा हुआ है, लेकिन मात्रा में केवल 1% पानी पीने योग्य होता है। यह प्राकृतिक आपदा की तरह है जो अक्सर जल संकट का कारण बनता है।
इसलिए, हमें जल के सही उपयोग और संरक्षण के बारे में सोचना चाहिए ताकि हम इस मौलिक संसाधन को सुरक्षित रख सकें। जल संरक्षण में हम सभी का सहयोग आवश्यक है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियाँ भी इससे लाभान्वित हो सकें।
धरती पर पिने योग्य पानी एक महत्वपूर्ण संसाधन है। यह सभी जीवों के लिए आवश्यक है और पृथ्वी पर जीवन का स्रोत है। पानी की आवश्यकता हर क्षेत्र में होती है, से लेकर पीने तक और जल संसाधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
पानी का अभाव अनेक समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे की संकट, स्वास्थ्य समस्याएं और पर्यावरणीय संकट। हमें पानी के संरक्षण और उसके सही उपयोग का ध्यान रखना चाहिए ताकि हम इस महत्वपूर्ण संसाधन को सुरक्षित रख सकें।
जल संरक्षण के लिए समुदाय की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही, विभिन्न तकनीकी और अनुसंधान के माध्यम से पानी के पुनर्चक्रण और पुनरुत्पादन की प्रक्रिया को बढ़ावा देना चाहिए।
यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम प्राकृतिक स्रोतों को बचाएं और पानी के सही उपयोग के संरक्षण में योगदान करें। यह सुनिश्चित करना होगा कि हम पानी को बर्बाद नहीं करते और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे सुरक्षित रखते हैं।