चुंबकीय क्षेत्र :- किसी चुंबक का वह वह क्षेत्र जहां उसे चुंबक द्वारा किसी अन्य चुंबकीय पदार्थ पर आकर्षण बल लगाया जाता है चुंबकीय क्षेत्र कहलाता है|
चुंबक का गुण
चुंबक के दो विशिष्ट गुण होते हैं
आकर्षक गुण और दौशिक गुण
आकर्षक गुण :-
चुंबक की वह गुण चुंबक का जिसमे चुंबकीय पदार्थ की आकर्षण करने की क्षमता होती है |
दौशिक गुण :-
चुंबक का वह गुण से स्वतंत्र रूप से लटका देने या छोड़ देने पर वह सदैव उत्तर दक्षिण की ओर निर्दिष्ट करेगा अर्थात चुंबक का वह गुण पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव तथा चुंबक का दक्षिणी ध्रुव पृथ्वी से दक्षिणी ध्रुव की और निर्दिष्ट करें करेगा उसे दौशिक गुण कहते हैं |
चुंबक का ध्रुव :-
किसी चुंबक के दोनों सिरे पर दो ऐसे बिंदु होते हैं जहां चुंबक की आकर्षण शक्ति अधिकतम होती है उसे चुंबकीय ध्रुव कहते हैं |
चुंबकीय अक्ष :-
किसी चुंबक के दोनों ध्रुव से गुजरने वाली सरल रेखा को उसे चुंबक का चुंबकीय अक्ष कहते हैं |
सार्थक लंबाई एवं चुंबकीय लंबाई :-
किसी चुंबक के दोनों ध्रुव के बीच की दूरी को चुंबक को सार्थक लंबाई या चुंबकीय लंबाई कहते हैं इसे a या 2lसे सूचित किया जाता है |