Class 10 History  Chapter :- 3 (भारत में राष्ट्रवाद )

अति लघु उत्तरीय प्रश्न| 

खिलाफत आंदोलन क्यों हुआ था? 

प्रथम विश्व युद्ध के उपरांत अंग्रेजों ने तुर्की पर अधिकार कर वहां के सुल्तान खिलाफत को हटा दिया इस घटना को मुस्लिम मुसलमान  ने अपने धर्म के विरुद्ध समझ आंदोलन शुरू किया इसे ही खिलाफत आंदोलन कहा जाता है | 

रॉलट  एक्ट से क्या समझते हैं ? 

लॉर्ड चैम्श्फोर्ड  ने सिडनी रॉलट की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया इस समिति ने भारतीयों पर अंकुश लगाने हेतु एक ऐसा नियम बनाए जिसके तहत किसी भी व्यक्ति को अमन साक्ष्यप और बिना वारंट के भी गिरफ्तार किया जा सकता था इसे ही रॉलट  एक्ट  कहा जाता है| 

दांडी यात्रा का क्या उद्देश्य था ? 

दांडी यात्रा का क्या उद्देश्य था दांडी यात्रा का मुख्य उद्देश्य अंग्रेजों के द्वारा नमक पर लगाए गए अनावश्यक कर को समाप्त करना था गांधी जी ने इसकी शुरुआत 12 मार्च 1920 को साबरमती आश्रम से दांडी तब के किया था | 

गांधी इरविन फैक्ट्स अथवा दिल्ली  समझौता क्या था? 

 सविनय अवज्ञा आंदोलन की व्यापकता को देखते हुए तात्कालिक वायसराय लाई इरविन गांधी से बात के लिए राजी हो गया तथा इन दोनों के बीच 5 मार्च 1931 गांधी इरविन दिल्ली में समझौते के नाम से जाना जाता है | 

चंपारण सत्याग्रह का संक्षिप्त विवरण दें | 

गांधी जी के नेतृत्व में बिहार के चंपारण जिले से नीलहे  किसने के  समर्थ में एक आंदोलन आरंभ किया गया इसे ही चंपारण सत्याग्रह से नाम से जाना जाता है इस आंदोलन के उपरान्त अंग्रेजों ने अवैध कर वसूली कर 25% किसानों को वापस कर दिया | 

मेरठ षडयंत्र से आप क्या समझते हैं? 

  मेरठ में अंग्रेजों के खिलाफ वामपंथी  विद्रोह तेजी से उग्र होता जा रहा था तभी अंग्रेजों ने अंग्रेजों अंग्रेजी शासन के खिलाफ षडयंत्र करने का आरोप लगाकर प्रमुख आठ नेताओं को गिरफ्तार करवा दिया तथा फांसी की सजा दे दे गई इसी घटना को मेरठ  षड्यंत्र कहा जाता है | 

 जतरा भगत के बारे में क्या समझते हैं संक्षिप्त में लिखें ? 

जतरा भगत छोटा नागपुर के क्षेत्र के उरांव जनजातियों के द्वारा किया गया आंदोलन का नेता था यह आंदोलन 1914 से 1920 तक अहिंसा रूप  से चला रहा| 

ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की स्थापना क्यों हुई ? 

ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की स्थापना 31 अक्टूबर 1920 किसानों एवं मजदूरों को संगठित करने के उद्देश्य किया गया था ताकि उनकी मांगों को लेकर राष्ट्रीय आंदोलन किया जा सके | 

लघु उत्तरीय प्रश्न 

असहयोग आंदोलन प्रथम जन आंदोलन था कैसे ? 

महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन की शुरुआत की गई इस आंदोलन में सभी धर्म, जाति ,वर्ग ,समुदाय ,क्षेत्र विशेष के लोग शामिल थे जिसके कारण से इसकी व्यापकता संपूर्ण भारत में फैल गई इसके पूर्व इस तरह के आंदोलन पूरे भारतीय इतिहास में देखने को नहीं मिला था इस कारण से इसे पहले जन आंदोलन कहा जाता है | 

सविनय अवज्ञा आंदोलन का क्या परिणाम हुए ? 

सविनय अवज्ञा आंदोलन का परिणाम निम्नलिखित है| 

छात्रों में स्कूल एवं  कॉलेज का का आविष्कार किया परिणाम स्वरुप मैं कॉलेज की स्थापना की | 

आंदोलन में सामाजिक अधिकार का विस्तार होने के कारण महिला मजदूर शायरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग शामिल हुए| 

इस आंदोलन का परिणाम ही था कि लोगों में विभिन्न तरह के कर देने का बंद किया गया| 

वकील एवं सरकारी कर्मचारियों ने अपना पद त्याग दिया| 

इसका मुख्य परिणाम “भारत शासन अधिनियम 1935 पारित किया गया”| 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किन परिस्थितियों में हुई| 

19वीं शताब्दी के अंतिम चरण में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन क्षेत्रीय स्तर पर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था शुरुआती दौर में यह तो यह शिक्षित वर्ग या मध्यवर्गीय प्रभाव परंतु बाद में समय में सभी वर्ग को प्रभावित किया अतः लोगों को यह आवश्यकता होने लगे कि संगठित होकर  विद्रोह किया जाए इस परिस्थिति में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की स्थापना की | 

बिहार के किसान आंदोलन पर एक टिप्पणी लिखिए | 

बिहार में किसान आंदोलन गांधी जी के नेतृत्व में 1917 ई को चंपारण में ही आरंभ हुआ निलहे  किसने क्या शोषण के विरुद्ध में किया गया था इसका परिणाम या हुआ कि अंग्रेजों ने बंगाल मालिकों को अवध रूप से वसूली की गई कर का 25% वापस कर देने का आदेश जारी किया | 

स्वराज्य पार्टी की स्थापना एवं उद्देश्य की विवेचना करें  ? 

स्वराज्य पार्टी की स्थापना मोती लाल नेहरू एवं चितरंजन दास के नेतृत्व में जनवरी 1923 में किया गया इसका मुख्य उद्देश्य स्वराज्य प्राप्ती  था इसीलिए इन लोगों ने अंग्रेजों के शासन द्वारा चलाई जा रही सरकारी परंपराओं का अंत करने का प्रयत्न किया 1919 ई के सुधार अधिनियम का भी अंत इस पार्टी का मुख्य उद्देश्य था | 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 

विश्व युद्ध का भारतीय आंदोलन के साथ अंतसबर्धो  का विवेचना करें | 

प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को विशेष बल प्रदान हुआ युद्ध आरंभ होने के कारण अंग्रेजों का रक्षक में काफी ज्यादा जिस कारण से भारतीयों पर कर बढ़ाना शुरू कर दिया गया बताया महंगाई बढ़ गई जिसका परिणाम यह हुआ तात्कालिक राष्ट्रवादी नेताओं ने सौराष्ट्र प्राप्ति के लिए अंग्रेजों पर ढाबा वी बनाना शुरू कर दिया इस बीच कई महत्वपूर्ण आंदोलन होमरूल  ,लिंग आंदोलन , चंपारण आंदोलन ,खेड़ा आंदोलन आदि रहा | 

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